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दीवान साहब जी का नव वर्ष 2070 शुभारम्भ की नजराना राशि ने रचा इतिहास
Posted By : Posted By कानाराम परिहार कालापीपल on 19 Apr 2013, 12:06:39
दिनांक 09.04.2013 को श्री आईजी महिला महाविद्यालय बिलाडा के निर्माणाधीन कार्य स्थल उचियार्ङा (बिलाडा) के पास राष्ट्रीय समन्वयक की मुलाकात सीरवी शिक्षा समिति बिलाड़ा के पदाधिकारीयों श्री दलपतसिंह हाम्बड, श्री मोहनलाल राठौड़, श्री जगदीश हाम्बड़, व श्री पुखराज राठौड (वैद्य) से सांय काल बेला में हुई सामाजिक गतिविधियो की विभिन्न चर्चा के दौरान ’’स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन’’ के संकल्प कार्यक्रम की, जो कि नव वर्ष दिनांक 11.04.2013 से प्रारम्भ निर्धारित कार्यक्रम मे सभी महानुभावों को आमंत्रित किया गया।इसी दौरान श्री जगदीश हाम्बड़ ने एक प्रस्ताव राष्ट्रीय समन्वयक को सुझाया कि भारतीय नव वर्ष 2070 के दिन ही श्री टीलाराम पुत्र श्री उरजाराम राठौड़ बेरा-बीचला भेवरिया (उचियार्ङा-बिलाड़ा)के यहां बीज उद्यापन आयोजन हेतु भैल व दीवान साहब का बधावा कार्यक्रम मे नजराना की जाने वाली राशि मे से शेष राशि को दान स्वरूप घोषणा हो जाती है तो यह अब तक का प्रथम ऐतिहासिक घोषणा के तौर पर हमेशा याद रखी जायेगी तथा अन्य आयोजक भी ऐसे ही प्रेरित होते रहेगें। इस प्रस्ताव को समन्वयक ने मन ही मन एक चैलेन्ज के रूप मे स्वीकार किया । भारतीय नव वर्ष को नशा मुक्ति एवं समाज सुधार अभियान अन्तर्गत ’’स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन’’ के संकल्प शुभारम्भ कार्यक्रम जो कि बेरा धोरायत(उचियार्ङा-बिलाड़ा) समन्वयक का पैतृक निवास पर आयोजित किया गया। तत्पश्चात ससुराल मे भैल बधावा व दीवान साहब का बधावा कार्यक्रम मे शरीक होते ही श्री टीलाराम राठौड़ (सालाजी) को नजराना की राशि के बारे मे पुछने पर अवगत कराया कि 111111/-रूपये नजराना की राशि भेट की जानी है मैने नव वर्ष के इस पावन शुभ अवसर पर श्री टीलारामजी के सामने कुछ नया इतिहास रचने की समझाईस की गई कि दीवान साहब विक्रम सम्वत 2070 दिनांक 11.04.2013 को नजराना स्वीकार करने के पश्चात लौटाई जाने वाली राशि को घर मे नही रख कर पूरी राशि को ही जनहितार्थ दान की जाती है तो अति उतम रहेगा। श्रीमान टीलारामजी राठौड़ ने अपने पिता श्री उरजारामजी व तीनो पुत्र श्री गोविन्दराम, श्री ओमप्रकाश व जगदीशचन्द्र (मैसूर) से विचारविमर्श कर एक मिनट मे ही पूरी राशि को दान मे देने के प्रस्ताव पर सहमति दे दी गई। इस सहमति की जानकारी समन्वयक द्वारा श्रीमान दीवान साहब को अवगत कराने के पश्चात धर्म सभा मे मंच से शेष 96111/-रूपये जनहितार्थ( विद्यालय निर्माण एवं गौशाला आदि) देने की घोषणा समन्वयक द्वारा की गई। इस घोषणा के बाद श्रीमान दीवान साहब द्वारा अपने प्रवचनो मे नव वर्ष की शुभ वेला पर नजराना पश्चात शेषराशि को दान देकर इतिहास रचने के लिए आयोजक श्री टीलारामजी पुत्र श्री उरजारामजी राठौड़ को बधाई दी। ऐसी घोषणा का पूरी धर्मसभा मे जोरदार ढंग से स्वागत किया गया तथा हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ।