सीरवी समाज - मुख्य समाचार

शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब,आईमाता के जयकारों से गूंजा वातावरण
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 22 Sep 2012, 12:39:58
श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट के वार्षिक सम्मेलन में दिखा श्रद्धा,भक्ति व विश्वास की त्रिवेणी का संगम बेंगलोर। श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट का चौदहवां वार्षिक सम्मेलन तथा भादवी बीज पर्व शुक्रवार ११ सितंबर को श्री आईमाता टेम्पल स्ट्रीट, रूपेन अग्रहारा स्थित संघ भवन (बडेर) में अत्यन्त उल्लासमय वातावरण में श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ धूमधाम से मनाया गया। दिन भर चले कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने सपरिवार उत्साह व उमंग के साथ भाग लिया तथा पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धा,भक्ति और विश्वास की त्रिवेणी का संगम देखने को मिला। सुबह से ही लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ और दोपहर तक लोग आते रहे। कार्यक्रम की शुरुआत शोभायात्रा से हुई। परम्परागत तरीके से सजाये गये वाहन पर आईमाता का चित्र रख कर पूजा-अर्चना की गयी और उसके पश्चात शोभायात्रा संघ भवन (बडेर) से आरंभ हुई। बैंड-बाजे की सुमधुर धुन पर नाचते-गाते युवाओं की टोली आगे चल रही थी और पीछे रंग-बिरंगे राजस्थानी परिधानों में सजे-धजे वृद्धों, महिलाओं और बच्चों का समूह ‘एक-दो-तीन-चार, आईमाता की जय-जयकार , ‘तीन युगों से न्यारा आईपंथ हमारा , धर्मगुरु दीवान साहब की जय का जयकारा लगाते हुए चल रहा था। रास्ते में जगह-जगह पर स्थानीय लोग भी शोभयात्रा में राजस्थानी छटा का नजारा देखने के लिए सड़कों के किनारे स्थानीय लोग भी खड़े दिखाई दिये। शोभा यात्रा रूपेन अग्रहारा, बोम्मनहल्ली, एच.एस.आर. लेआऊट होते हुए वापस मंदिर (बडेर) पहुंचकर धार्मिक समारोह में परिवर्तित हो गयी। इसके पश्चात वार्षिक सम्मेलन का मुख्य समारोह आरंभ हुआ। सबसे पहले श्री आईमाता की पूजा-अर्चना, स्तुति व मंगल आरती हुई बेंगलोर। श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट का सोलहवां वार्षिक सम्मेलन तथा भादवी बीज पर्व सोमवार को श्री आईमाता टेम्पल स्ट्रीट, रूपेन अग्रहारा स्थित संघ भवन (बडेर) में अत्यन्त उल्लासमय वातावरण में श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ धूमधाम से मनाया गया। भादवी बीज के उपलक्ष्य में रविवार की रात्रि में आयोजित सत्संग-जागरण का कार्यक्रम पूरी रात चला। गजानन महाराज की वंदना से शुरुआत हुई और फिर एक से ब‹ढकर एक सुमधुर भजनों की प्रस्तुति का सिलसिला ऐसा चला कि रात कैसे बीत गई पता ही नहीं चला। इस दौरान बोलियों के कार्यक्रम में सदस्यों ने उत्साहपूर्वक ब‹ढ-च‹ढकर हिस्सा लिया। अगले दिन प्रात:काल कार्यक्रम की शुरुआत शोभायात्रा से हुई। परम्परागत तरीके से सजाये गये वाहन पर आईमाता का चित्र रख कर पूजा-अर्चना की गयी और उसके पश्चात शोभायात्रा संघ भवन (बडेर) से आरंभ हुई। बैंड-बाजे की सुमधुर धुन पर नाचते-गाते युवाओं की टोली आगे चल रही थी और पीछे रंग-बिरंगे राजस्थानी परिधानों में सजे-धजे वृद्धों, महिलाओं और बच्चों का समूह ‘एक-दो-तीन-चार, आईमाता की जय-जयकार , ‘प्रेम से बोलो जय माता की, सारे बोलो जय माता की तथा आईपंथ की जय का जयकारा लगाते हुए चल रहा था। महिलाएं मंगल गीत गा रही थी और नवयुवकों की टोली उत्साह व उमंग के साथ थिरक रही थी। नवयुवक मंडल के कार्यकर्ता हाथों में बैनर लेकर आगे चल रहे थे। रास्ते में जगह-जगह पर स्थानीय लोग भी शोभयात्रा में राजस्थानी छटा का नजारा देखने के लिए सड़कों के किनारे खड़े दिखाई दिये। शोभा यात्रा रूपेन अग्रहारा स्थित श्री आईमाता मंदिर (बडेर) से आरंभ होकर एच.एस.आर. लेआऊट होते हुए वापस मंदिर (बडेर) पहुंचकर धार्मिक महोत्सव में परिवर्तित हो गयी। इसके पश्चात वार्षिक सम्मेलन एवं आमसभा के कार्यक्रम शुरू हुए। सबसे पहले बालिका मंडल की बालिकाओं ने श्री आईमाता की स्तुति व मंगल आरती गाई। इसके पश्चात अतिथियों एवं सेवा संघ के पदाधिकारियों के दीप प्रज्जवलन किया गया और आमसभा की कार्यवाही आरंभ हुई। सबसे पहले समारोह में अतिथि के रूप में पधारे बेंगलोर दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री अनंतकुमार, बोम्मनहल्ली के विधायक श्री सतीश रेड्डी, स्थानीय पार्षद श्री मंजुनाथ रेड्डी का समाज की ओर से संघ के अध्यक्ष श्री फाऊलाल परिहारिया, सचिव श्री लक्ष्मणराम आगलेचा, उपाध्यक्ष श्री मांगीलाल चोयल,सह कोषाध्यक्ष श्री भुण्डाराम हाम्बड़, सहसचिव श्री छैलाराम काग सहित अन्य पदाधिकारियों तथा कार्यकारिणी सदस्यों ने माला, शाल एवं स्मृति चिङ्घ प्रदान कर स्वागत किया। सांसद श्री अनंतकुमार एवं विधायक श्री सतीश रेड्डी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सीरवी समाज के लोगों की अपने धर्म एवं संस्कृति के प्रति गहरी आस्था की सराहना की और समाज के लिए सरकारी भूखण्ड मुहैया कराये जाने की मांग पर अपनी ओर से हरसंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष श्री फाऊलाल परिहारिया ने अपने अध्यक्षीय भाषण में समारोह में पधारे सभी अतिथियों तथा समस्त स्वजातीय बंधुओं का स्वागत करते हुए कहा कि श्री आईमाताजी के भव्य मंदिर निर्माण में संघ के सभी सदस्यों का सराहनीय सहयोग मिला है। मंदिर निर्माण कार्य बहुत जल्द पूरा होगा। इसके साथ समाज के प्रस्तावित बहुपयोगी विशाल भवन के निर्माण का कार्य भी शीघ्र शुरू करने की घोषणा करते हुए समाज के बंधुओं से तन-मन-धन से सहयोग देने की अपील की सचिव श्री लक्ष्मणराम आगलेचा ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए गत वर्ष के दौरान संघ की गतिविधियों की जानकारी दी। सह कोषाध्यक्ष श्री भुण्डाराम हाम्बड़ ने वर्ष २०११-१२ के वार्षिक आय-व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया, जिसे करतल ध्वनि के साथ स्वीकृति प्रदान की गयी। कार्यक्रम के दौरान संघ की ओर से समाज के बुजुर्गों तथा उपनगरीय बडेरों से आए प्रतिनिधियों, तथा विभिन्न च‹ढावों की बोलियों का लाभ लेने वाले समाज के सदस्यों का माल्यार्पण व शाल्यार्पण द्वारा स्वागत किया गया। अंत में उपाध्यक्ष श्री मांगीलालजी ने समारोह के सफल आयोजन में सहयोग के लिए संघ के सभी सदस्यों एवं नवयुवक मंडल सहित सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर सीरवी समाज आनेकल के अध्यक्ष श्री बाबुलाल परिहार, श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष श्री नेमाराम परिहारिया, पूर्व सचिव श्री प्रभुराम परिहार, पूर्व कोषाध्यक्ष श्री ताराराम बर्फा, संघ की समस्त कार्यकारिणी, नवयुवक मंडल के अध्यक्ष श्री नेमाराम सोलंकी सहित समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। आईमाता की प्रसादी के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। शोभायात्रा में उम़डा जनसैलाब,आईमाता के जयकारों से गूंजा वातावरण श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट के वार्षिक सम्मेलन में दिखा श्रद्धा,भक्ति व विश्वास की त्रिवेणी का संगम बेंगलोर। श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट का चौदहवां वार्षिक सम्मेलन तथा भादवी बीज पर्व शुक्रवार ११ सितंबर को श्री आईमाता टेम्पल स्ट्रीट, रूपेन अग्रहारा स्थित संघ भवन (बडेर) में अत्यन्त उल्लासमय वातावरण में श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ धूमधाम से मनाया गया। दिन भर चले कार्यक्रम में ब़डी संख्या में समाज के लोगों ने सपरिवार उत्साह व उमंग के साथ भाग लिया तथा पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धा,भक्ति और विश्वास की त्रिवेणी का संगम देखने को मिला। सुबह से ही लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ और दोपहर तक लोग आते रहे। कार्यक्रम की शुरुआत शोभायात्रा से हुई। परम्परागत तरीके से सजाये गये वाहन पर आईमाता का चित्र रख कर पूजा-अर्चना की गयी और उसके पश्चात शोभायात्रा संघ भवन (बडेर) से आरंभ हुई। बैंड-बाजे की सुमधुर धुन पर नाचते-गाते युवाओं की टोली आगे चल रही थी और पीछे रंग-बिरंगे राजस्थानी परिधानों में सजे-धजे वृद्धों, महिलाओं और बच्चों का समूह ‘एक-दो-तीन-चार, आईमाता की जय-जयकार , ‘तीन युगों से न्यारा आईपंथ हमारा, धर्मगुरु दीवान साहब की जय का जयकारा लगाते हुए चल रहा था। रास्ते में जगह-जगह पर स्थानीय लोग भी शोभयात्रा में राजस्थानी छटा का नजारा देखने के लिए स़डकों के किनारे स्थानीय लोग भी ख़डे दिखाई दिये। शोभा यात्रा रूपेन अग्रहारा, बोम्मनहल्ली, एच.एस.आर. लेआऊट होते हुए वापस मंदिर (बडेर) पहुंचकर धार्मिक समारोह में परिवर्तित हो गयी। इसके पश्चात वार्षिक सम्मेलन का मुख्य समारोह आरंभ हुआ। सबसे पहले श्री आईमाता की पूजा-अर्चना, स्तुति व मंगल आरती हुई बेंगलोर। श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट का सोलहवां वार्षिक सम्मेलन तथा भादवी बीज पर्व सोमवार को श्री आईमाता टेम्पल स्ट्रीट, रूपेन अग्रहारा स्थित संघ भवन (बडेर) में अत्यन्त उल्लासमय वातावरण में श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ धूमधाम से मनाया गया। भादवी बीज के उपलक्ष्य में रविवार की रात्रि में आयोजित सत्संग-जागरण का कार्यक्रम पूरी रात चला। गजानन महाराज की वंदना से शुरुआत हुई और फिर एक से ब़ढकर एक सुमधुर भजनों की प्रस्तुति का सिलसिला ऐसा चला कि रात कैसे बीत गई पता ही नहीं चला। इस दौरान बोलियों के कार्यक्रम में सदस्यों ने उत्साहपूर्वक ब़ढ-च़ढकर हिस्सा लिया। अगले दिन प्रात:काल कार्यक्रम की शुरुआत शोभायात्रा से हुई। परम्परागत तरीके से सजाये गये वाहन पर आईमाता का चित्र रख कर पूजा-अर्चना की गयी और उसके पश्चात शोभायात्रा संघ भवन (बडेर) से आरंभ हुई। बैंड-बाजे की सुमधुर धुन पर नाचते-गाते युवाओं की टोली आगे चल रही थी और पीछे रंग-बिरंगे राजस्थानी परिधानों में सजे-धजे वृद्धों, महिलाओं और बच्चों का समूह ‘एक-दो-तीन-चार, आईमाता की जय-जयकार , ‘प्रेम से बोलो जय माता की, सारे बोलो जय माता की तथा आईपंथ की जय का जयकारा लगाते हुए चल रहा था। महिलाएं मंगल गीत गा रही थी और नवयुवकों की टोली उत्साह व उमंग के साथ थिरक रही थी। नवयुवक मंडल के कार्यकर्ता हाथों में बैनर लेकर आगे चल रहे थे। रास्ते में जगह-जगह पर स्थानीय लोग भी शोभयात्रा में राजस्थानी छटा का नजारा देखने के लिए स़डकों के किनारे ख़डे दिखाई दिये। शोभा यात्रा रूपेन अग्रहारा स्थित श्री आईमाता मंदिर (बडेर) से आरंभ होकर एच.एस.आर. लेआऊट होते हुए वापस मंदिर (बडेर) पहुंचकर धार्मिक महोत्सव में परिवर्तित हो गयी। इसके पश्चात वार्षिक सम्मेलन एवं आमसभा के कार्यक्रम शुरू हुए। सबसे पहले बालिका मंडल की बालिकाओं ने श्री आईमाता की स्तुति व मंगल आरती गाई। इसके पश्चात अतिथियों एवं सेवा संघ के पदाधिकारियों के दीप प्रज्जवलन किया गया और आमसभा की कार्यवाही आरंभ हुई। सबसे पहले समारोह में अतिथि के रूप में पधारे बेंगलोर दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री अनंतकुमार, बोम्मनहल्ली के विधायक श्री सतीश रेड्डी, स्थानीय पार्षद श्री मंजुनाथ रेड्डी का समाज की ओर से संघ के अध्यक्ष श्री फाऊलाल परिहारिया, सचिव श्री लक्ष्मणराम आगलेचा, उपाध्यक्ष श्री मांगीलाल चोयल,सह कोषाध्यक्ष श्री भुण्डाराम हाम्ब़ड, सहसचिव श्री छैलाराम काग सहित अन्य पदाधिकारियों तथा कार्यकारिणी सदस्यों ने माला, शाल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया। सांसद श्री अनंतकुमार एवं विधायक श्री सतीश रेड्डी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सीरवी समाज के लोगों की अपने धर्म एवं संस्कृति के प्रति गहरी आस्था की सराहना की और समाज के लिए सरकारी भूखण्ड मुहैया कराये जाने की मांग पर अपनी ओर से हरसंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष श्री फाऊलाल परिहारिया ने अपने अध्यक्षीय भाषण में समारोह में पधारे सभी अतिथियों तथा समस्त स्वजातीय बंधुओं का स्वागत करते हुए कहा कि श्री आईमाताजी के भव्य मंदिर निर्माण में संघ के सभी सदस्यों का सराहनीय सहयोग मिला है। मंदिर निर्माण कार्य बहुत जल्द पूरा होगा। इसके साथ समाज के प्रस्तावित बहुपयोगी विशाल भवन के निर्माण का कार्य भी शीघ्र शुरू करने की घोषणा करते हुए समाज के बंधुओं से तन-मन-धन से सहयोग देने की अपील की सचिव श्री लक्ष्मणराम आगलेचा ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए गत वर्ष के दौरान संघ की गतिविधियों की जानकारी दी। सह कोषाध्यक्ष श्री भुण्डाराम हाम्ब़ड ने वर्ष २०११-१२ के वार्षिक आय-व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया, जिसे करतल ध्वनि के साथ स्वीकृति प्रदान की गयी। कार्यक्रम के दौरान संघ की ओर से समाज के बुजुर्गों तथा उपनगरीय बडेरों से आए प्रतिनिधियों, तथा विभिन्न च़ढावों की बोलियों का लाभ लेने वाले समाज के सदस्यों का माल्यार्पण व शाल्यार्पण द्वारा स्वागत किया गया। अंत में उपाध्यक्ष श्री मांगीलालजी ने समारोह के सफल आयोजन में सहयोग के लिए संघ के सभी सदस्यों एवं नवयुवक मंडल सहित सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर सीरवी समाज आनेकल के अध्यक्ष श्री बाबुलाल परिहार, श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष श्री नेमाराम परिहारिया, पूर्व सचिव श्री प्रभुराम परिहार, पूर्व कोषाध्यक्ष श्री ताराराम बर्फा, संघ की समस्त कार्यकारिणी, नवयुवक मंडल के अध्यक्ष श्री नेमाराम सोलंकी सहित समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। आईमाता की प्रसादी के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्रेषक - वेदप्रकाश पाण्डये