सीरवी समाज - ब्लॉग

स्मार्ट स्टडी में छुपी है- सफलता , प्रस्तुति- जितेन्द्र चोयल सुपुत्र श्री गोदाराम जी चोयल
Posted By : Manohar Seervi Posted By on 06 Mar 2020, 03:44:47

आज जमाना कंपीटिशन (प्रतिस्पर्धा) का है देश में कई बच्चे सिर्फ पढ़ाई कर रहे है, कुछ पढ़ाई के साथ में पार्ट टाइम जॉब कर रहे है, तो कछ कंपीटिशन (प्रतियोगीपरीक्षाओं की तैयारी में लगे है पहले का जमाना कुछ और था पहले लोग पढ़ाई या नौकरी को लेकर इतने जागरूक नहीं थे, लेकिन आज समय के साथ साथ सब बदलता जा रहा है। आज युवा जागरूक होता जा रहा है। सबके अन्दर जुनून है, कुछ कर दिखाने की, कुछ बनने की ओर अपने लक्ष्य को हासिल करने की और उसे पूरा करते भी नजर आते है। आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग अपने लक्ष्य को अपने भाग्य के सहारे छोड़ देते है और कुछ लोग पड़ाई को चुनौती मानकर हमेशा मेहनत करते रहते है। लेकिन अगर आपको आगे बढ़ना है और कुछ कर दिखाने का जज्बा अगर आप अपने अन्दर रखते है, तो आप भी अपनी मेहनत और लगन से बन सकते है- अगले टॉपर। ये सोचने की बजाय कि अमुख व्यक्ति इतना आगे निकल गया और अमुख कम्पनी में ऊंच पद पर काम कर रहा है, जरूरी है, ख़ुद को साबित करने की इसके लिए आपको मेहनत करनी होगी और अपने भाग्य को चुनोती देनी होगी ।

रेगुलरपढ़ाई है मंत्र :- सफलता के लिए नियमबद्ध पढ़ाई जरूरी है। लोग पढ़ाई करने और अपने विषय को पूरा करने के लिए कोचिंग करते है, लेकिन कोचिंग सिर्फ मार्गदर्शन करती है, सफलता अपनी मेहनत और लगन से ही मिलती है। जब तक आप खुद मेहनत नहीं करते और सिर्फ कोचिंग पर निर्भर रहते है, तब तक आप लक्ष्य से पीछे ही रहते है। सफलता के लिए हर विषय की कमजोर कड़ी को दूर करने और हर विषय पर नियंत्रण के लिए पढ़ाई के समय को ऐसे बाटे कि सभी विषयों को बराबर समय मिलें । नियमित अध्ययन तो जरूरी है, लेकिन उसके साथ क्वालिटी स्टडी ओर भीजरूरी है।

प्रॉब्लम साल्विग कैपिसिटी :-विशेषज्ञों का मानना है कि स्टूडेंटस को छठी क्लास से ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिये। इससे बच्चे का प्रॉब्लम्बस नहीं आती है लेकिन इसके लिए स्टूडेंटस की अपेक्षा गार्जियन ओर टीचर को अधिक मेहनत की जरूरत होती है। इस समय स्टूडेंटस की पढ़ाई इस तरह होनी चाहिय कि जिससे वह किसी भी चीज को अलग तरीके से सोच सकें। उदाहरण के लिए यदि गणित का प्रश्न है, तो उसे हल करने के लिए फॉर्मूले खोजने चाहिए। किसी भी प्राब्लम्स को एनालिटिकल का रुझान इस समय काफी महत्वपूर्ण होताहै।

सफलता का शॉर्टकट नहीं:-बहुत लोग ऐसे होते है, जो पूरे दिन किताबों में ही घुसे रहते है, लेकिन ऐसा नहीं है कि आप पूरे दिन किताबों में चिपक कर खूब नॉलेज (ज्ञान) हासिल कर लेगें। इसके लिए आप कम पढ़ाई करें, लेकिन जितना भी करें, उसे ईमानदारी और लगन के साथ करें कोशिश करें कि आप विषय की पढ़ाई के साथ-साथ। प्रेक्टिकल नॉलेज भीलें। इससे आपकी विषय पर अच्छी पकड़ तो होगी, साथ में आपकी स्किल्स भी मजबूत होगी। आपने बहुत सपने संजोए होगें कि एक दिन मैं ये करूंगा या अम्मुख पद पर काम करना चाहता हूं, तो इसके लिए एकाग्रता रखनी होगी और पढ़ाई में शॉर्टकट अपनाने की कोशिश न करें। इससे आपका नॉलेज अधूरा ही रहेगा आन आप रह सकते है सफलता की दौड़ में पीछे। किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में सफलता हासिल करने के लिए ई:- ईच्छाशक्ति। सः सहनशीलता। क्री:- क्रियाशीलता। आ:- आत्मविश्वास। म:- महत्वाकांक्षा अगर इन सभीगुणों का किसी में समावेश है, तो उस व्यक्ति को अपने जीवन के किसी भी क्षेत्र में हार नहीं करनापड़ेगा।

प्रस्तुति- जितेन्द्र चोयल सुपुत्र श्री गोदाराम जी चोयल , सीरवियों की ढाणी कालाऊना, बिलाड़ा (बीएससी नर्सिंग झालावाड़)