सीरवी समाज - ब्लॉग

आलेख:-सीरवी समाज की अच्छाइयां-सबसे जुदा । - प्रतिभागी - अजीत आगलेचा पुत्र श्री प्रताम राम चौधरी ग्राम मामावास, पोस्ट खारिया सोढा तह. सोजत सिटी, जिला पाली
Posted By : Posted By seervi on 09 Sep 2019, 05:49:31

विचार मेरे विचारो में - आलेख - सीरवी समाज सबसे जुदा

सीरवी जाती का आज से लगभग 800 वर्ष पूर्व हुआ है l सीरवी जाती मुख्यत: राजस्थान प्रदेश के मारवाड़ व् गोडवाड़ क्षेत्र में कम संख्या है l
सीरवी जाती खारड़िया राजपूतो के वंशज है, खारड़िया राजपूत पहले जालोर के साका के नाम से प्रसिद्द थे l फिर बदलते समय के साथ वहा की परिस्थितिया अनुकूल न होने के कारण उन्होंने वहा से पलायन कर पाली व् जोधपुर जिलो के गाँवों में आकर बस गए l ये लोग यहाँ पर पूर्व में बसे जनवो के साथ सीर साझे में खेती करने लग गए l फिर यह खेती इनका मुख्य व्यवसाय बन गया l
आज समय के साथ सीरवी समाज के लोगो ने अपने विकास व् समाज विकास के लिए यहाँ से अपने व्यवसाय के कारण दक्षिण भारत में है l सीरवी समाज के लोग देवी श्री आई माता के अनुयायी है और इनके ही उपासक है l आई माता के मंदिर को "बढेर" कहा जाता है l आज के इस आधुनिक युग में भी सीरवी समाज के लोग अपने रीती रिवाज संसकारो को नहीं भूले है वो आज भी अपने सारे प्रसंग, त्यौहार, उत्सव, अपने रीती रिवाजो से करते है l
आज सीरवी समाज के लोगो ने अपने परिश्रम कला व् अथक प्रयासों से हर क्षेत्र जैसे :- शिक्षा, राजनीती, व्यापार-व्यवसाय, खेलकूद, आदि में कई नए कीर्तिमान खड़े किये है और आज हर क्षेत्र मं अपना व् समाज का नाम रोशन किया है l और आज देश विदेश में अपने समाज को अलग पहचान दिलाई है l
सीरवी समाज के लोग अपने मन, वचन कर्म से शुद्ध होते है, वो कभी भी किसी का अहित नहीं करते है और नहीं कभी किसी का बुरा सोचते है l इसलिए माँ आई माता की कृपा से आज सीरवी समाज एक सम्रद्ध व् खुशहाल समाज है l
सीरवी समाज अपने मन, वचन, कर्म, दरियादिली व् अपने रीती रिवाजो, रस्मो, संस्कारों,म रहन-सहन, आदर्शो, जीवन शैली अपने उत्सव प्रसंग मनाने के तरीको से "सीरवी समाज" आज के इस युग में सबसे जुदा है l

लेखक
अजीत आगलेचा पुत्र श्री प्रताम राम चौधरी
ग्राम मामावास, पोस्ट खारिया सोढा
तह. सोजत सिटी, जिला पाली
राजस्थान - 306001
मोबाइल नंबर - 9929266946