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राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का यहां बिलाडा बडेर में आई पंथ के धर्मगुरु दीवान माधवसिंह एवं गणमान्य लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया
Posted By : Manohar Seervi 11 Mar 2023, 02:55:10

बिलाड़ा। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का यहां बिलाडा बडेर में आई पंथ के धर्मगुरु दीवान माधवसिंह एवं गणमान्य लोगों ने गाजों बाजों के साथ अगवानी कर उनका भव्य स्वागत किया । पश्चात दीवान ने राज्यपाल को आई माता मंदिर मैं माताजी के दर्शन करवाएं तथा छ सौ वर्ष से जल रही अखंड केसर ज्योत के दर्शन करवाएं। ज्योति के ऊपर रखे पात्र पर काजल के स्थान पर केसर को देख वे अभिभूत हो गए। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा ऐसा चमत्कार उन्होंने पहली बार यहां माता के धाम में ही देखा है।
दीवान माधवसिंह ने राज्यपाल को आई माता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मीरा बाई जिस प्रकार कृष्ण भक्ति में स-शरीर कृष्ण में विलीन हो गई। उसी प्रकार आई माता भी स-शरीर ब्रह्मलीन हो गई और पीछे अपने वस्त्र , छड़ी आधी छोड़ गई । जिनकी 600 वर्षों से यहां पूजा अर्चना की जा रही है। माताजी ने ही आकाशवाणी के जरिए कहा था कि जब तक इस ज्योति पर काजल के स्थान पर केसर पड़ेगा तब तक जानना कि मैं यही हूं तथा दीवान के द्वारा कहे गए वचन मेरे द्वारा कहे गए वचनों की तरह मानना। दीवान द्वारा दी गई जानकारी को मिश्र ने बड़े मनोयोग से सुना।
राज्यपाल जोधपुर से विशेषकर आई माता के दर्शनों के लिए ही यहां पहुंचे और आने पर दीवान ने उन्हें फूल माला पहनाई ओर शाल ओठाकर कर अभिनंदन किया। इस अवसर पर सीरवी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष धनाराम लालावत, कोतवाल पेमाराम, पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील के पवार वर्धा अधिकारी भूपेंद्र सिंह शेखावत उपखंड अधिकारी भवानी सिंह चारण तहसीलदार वीरेंद्र सिंह शेखावत पालिकाध्यक्ष रूप सिंह परिहार थाना अधिकारी नरेंद्र पवार पीपाड़ थाना अधिकारी गेवर सिंह गुसाईं वालों भी मौजूद रहे राज्यपाल के यहां पहुंचने से पूर्व जिला मुख्यालय से डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची राज्यपाल के यहां से रवाना होने से पूर्व दीवान माधव सिंह ने आई माता जी की बड़ी तस्वीर भेंट की जिसे ग्रहण कर राज्यपाल ने दीवान का आभार व्यक्त किया रवाना होने से पूर्व एक बार फिर दीवान से हाथ मिलाया और पूर्व में साथ रहे समय को भी याद किया राज्यपाल ने उपस्थित सभी लोगों से कहा कि आप सभी भाग्यशाली है कि इस पौराणिक और धार्मिक नगरी के वाशिंदे हैं