सीरवी समाज - मुख्य समाचार

डॉ.मनोज कुमार सीरवी बने न्यूरोसर्जन,आप मथुरादास माथुर हॉस्पिटल जोधपुर में दे रहे है, अस्सिटेंट प्रोफेसर पद पर महत्वपूर्ण सेवाएं ।
Posted By : 14-11-2022 , रिपोर्टिंग ( गगनदीप सिंह हाम्बड़ )

\'\'श्री आईजी प्रकाश न्यूज़**

डॉ.मनोज कुमार सीरवी, सीरवी समाज के प्रथम न्यूरोसर्जन !
सीरवी समाज का एक मेहनती किसान परिवार का वो लड़का जिसने सबकुछ भूलकर सिर्फ पढ़ाई और पढ़ाई में ध्यान लगाया और पाया वो मुकाम जो वाकई काबिले तारीफ है,
मैं इनके लिए गरीबी शब्द का प्रयोग कतई नही करूँगा, वरण जो मेहनत कर इनके परिवार वालों ने अपने होनहार लाडले के लिए काम किया , ऐसे माँ बाप को मेरा प्रणाम, सलाम।
किसान अन्नदाता होता है वो मिट्टी से जुड़ा एक व्यक्ति जो सिर्फ मेहनत करना जानता है,, उसकी फिदरत में है सिर्फ मेहनत करना लिखा होता है,, तपती गर्मी और कड़ाके की सर्दी में कड़ी मेहनत, (पाणत) करने वाले, कब शाम होती है कब सुबह होती है ल, धरती ही बिछौना होती है अरे तू आसमाँ ओढ़ले, और जो फल की इच्छा ऊपर वाले पे छोड़ देता है , जो बंजर जमीन को भी उपजाऊं बना देता है, ऐसे किसान पुत्र निराले होते है, वही किसान का प्रतिभावान होनहार लड़का आज देश की जनता सेवा के लिए समर्पित है, किसी कवि की लिखी कविता आज मनोज पर सटीक बैठती है ...
मंजिले उन्ही को मिलती है, जिनके सपनो में जान होती है
पंखों से कुछ नही होता है , हौसलों में उड़ान होती है ,
आज कल सारी दुनिया की पल पल की खबर अहम खबर, जानकारियां आपके हाथ मे है , एक शानदार स्मार्टफोन एनरोइड मोबाइल के साथ, जिसमे गूगल से पूछो तो सारा वाक्या बता देता है, पर उस दौर में जोधपुर जाना तो आसान था, पर जोधपुर में जाकर किसी चीज को ढूंढना मुश्किल था, फॉर्म भरना , अच्छी अच्छी कॉलेज के बारे में जानकारी लेना आसान नही था , कौनसे फील्ड में कैसे घुसना है तम्माम जानकारी लेना एक आदमी से कोसो दूर था ,कई जनों से पूछताछ के बाद ही कुछ जानकारी मिलती थी, ऐसा दौर था , जब एमबीबीएस करना तो एक ख्वाब जैसा था , उसी उसी दौर के इस नौजवान ने कुछ बनकर दिखाया और आने वाली पीढ़ी के लिए बन गया प्रेरणास्रोत की एक मिसाल, आज कल तो लोग लाखो की फीस देकर कहीं से भी एमबीबीएस की कर सकते है, पर सरकारी कोटे से एमबीबीएस की सीट प्राप्त करना जैसे दांतो तले अंगुली दबाना या लोहे के चने चबाना की कहावत सटीक बैठती है,
पर मनोज ने अपनी कड़ी मेहनत से असंभव को सम्भव कर दिखाया है ,
आपने अपने जीवन के दो अनमोल रत्न भी खोये थे,
पिता व भाई का छाया सिर से उठना
डॉ.मनोज के जीवन मे मेहनत का फल जरूर मिला, पर साथ ही एमबीबीएस करने के दौरान पहले पिता फिर पीजी में भाई का आकस्मिक निधन होना जैसे दुःखो का पहाड़ टूट पड़ा था फिर भी आपने अपने कदम पीछे नही हटायें , आज उन्ही के आशीर्वाद स्वरूप जो उपलब्धि मिली, वो अपने स्वर्गीय पिता व भाई को समर्पित की ,एक सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में।
डॉ. मनोज सीरवी उदलियवास ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा
सरकारी स्कूल से शुरू की थी जो सफर उच्च शिक्षा सरकारी कॉलेज की डिग्री के साथ पूरा हुआ और अपनी सेवाएं भी राजकीय सेवाएं, एमडीएम हॉस्पिटल व डॉ.एस.एन कॉलेज जोधपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ सफर जारी है,
जीवन व शिक्षा का परिचय
डॉ. मनोज कुमार सीरवी
पुत्र स्वर्गीय श्री लाबुराम मुलेवा
माता - तुलसी देवी
भाई - स्व.श्री हड़मान राम मुलेवा
बहन - इंद्रा देवी
पत्नी - डॉ. अनिता सीरवी
MBBS, MD, PATHOLOGY.
निवासी बेरा नवोड़ा, गांव उदलिया वास्
तहसील बिलाड़ा,
प्रारम्भिक शिक्षा एवम उदलियवास
10वीं तक, उदलियवास से
11th व 12th साइंस बिलाड़ा से उतीर्ण की
Higher education
MBBS (2008-2014): Govt Medical college, Baroda.

MS(General surgery)(2015-2018) :- Dr.SN Medical College, Jodhpur.

MCh(Neurosurgery) (2019-2022) :-SMS Medical College, Jaipur.
At present :- Assistant Professer, Consultant Neurosurgeon, (Department of Neurosurgery, Dr.SN Medical college, MDM Hospital,Jodhpur)
:- Specialist in all types of Brain & Spine Surgery
न्यूज़,
श्री आईजी प्रकाश न्यूज़
(उदलियवास बिलाड़ा)
उदलियवास के होनहार डॉक्टर मनोज सीरवी ने सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज जयपुर से सुपर स्पेशिलिटी में, एम.सी.एच ( न्यूरो सर्जरी ) में डिग्री हासिल की है, MBBS 2008 -2014 में, PG M.S.Surgery 2015 -2018 में, और सुपर स्पेशिलिटी M.Ch न्यूरोसर्जरी डिग्री 2019 से 2022 में सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से पूरी की थी , इसी दरमियान आपने कई अग्नि परीक्षओं से भी गुजरना पड़ा था, असामयिक पिता जी का निधन हो जाना उसके बाद बड़े भाई का निधन होना, और सारा परिवार का बोझ खुद आन पड़ना, उन परिस्थितियों के बावजूद आपने हौसला नही खोया और उच्च शिक्षा प्राप्त कर, आज उच्च श्रेणी के डॉक्टर बनकर दिखाया है , आपकी वाइफ भी डॉक्टर है, श्रीमती डॉ.अनिता जी सीरवी जो अब जयपुर से एम.डी (पैथोलॉजी) में पीजी कर रही है,
डॉक्टर साहब अपने भतीजे लक्ष्मण सीरवी को भी जोधपुर मौलाना आजाद कॉलेज से बीएसी नर्सिंग करवा रहे है , आपकी माताजी श्री मति तुलसी देवी है जो आज भी अपनी बड़ी बहू श्रीमती लीला देवी के साथ खेतीबाड़ी का काम देखती है,
पिता स्व.श्री लाबुराम जी मुलेवा व बड़े भाई स्व.श्री हड़मान राम जी जो आज स्वर्ग में है, जिनको अपने होनहार प्रतिभावान बेटे पर गर्व महसूस कर रहे होंगे, आपकी प्रेरणा से समाज व गांव के लड़के आगे बढ़ेंगे और देश दुनिया में नाम कमाएंगे ।