*वर्तमान स्थिति को देखते हुए समाज के सभी सामाजी बन्दुओं के लिए चिंतनीय, आत्ममंथन विषय है

*वर्तमान स्थिति को देखते हुए समाज के सभी सामाजी बन्दुओं के लिए चिंतनीय, आत्ममंथन विषय है*
अगर कोई भी काम या कार्य करते हैं, तो समयानुसार उसमें परिवर्तन होना चाहिए, जब तक परिवर्तन नहीं होता है, तो विकास भी संभव नहीं होता है, जब विकास भी नहीं होगा तो हम समाज को नई दिशा निर्देश कैसे दे सकते हैं।
हम किसी काम की शुरुआत करते हैं तो *सर्वप्रथम उसकी पूर्ण जानकारी होनी चाहिए एवं काम के प्रति समझ एवं सक्षम होना भी जरूरी है,* क्योंकि आजकल सोशल मीडिया का जमाना है, इसलिए उसके अनुरूप ध्यान भी होना चाहिए, समय के हिसाब से समाज में बदलाव भी जरूर होना चाहिए यह सब युवाओं की मांग है, *पुरानी परंपरा एवं संस्कार धीरे धीरे विलुप्त होते जा रहे हैं, उनके ऊपर भी ध्यान देना जरूरी है,* आज समाज किस दिशा में जा रहा है, *समाज में बहुत सी कुरीतियां आई है, अब इन सब का निवारण एवं बदलाव लाना जरूरी हो गया है*, बहुत से मुद्दे हैं जिसमें पूर्ण विस्तार से उनका हल किया जा सकता है, यह सब करने के लिए समाज में *पुनः महासभा का चुनाव करवाना पड़ेगा एवं नई महासभा का गठन करना होगा।* जिसमे सभी विषयों के जानकारों को कार्यकारिणी में लेना आवश्यक है। जिससे हम हर क्षेत्रों से, समाज के वरिष्ठ लोगों के सहयोग से समाज जनहित के लिए बेहतर तरीके से विकास किया जा सकता हैं जैसे संत महात्मा,समाज सुधारक, इतिहास कार,शिक्षा, खेल समन्धित जानकारी हो,समाज संस्कृति ,संस्कार समन्धित जानकार,ओर भी अन्य विषयों के जानकारों को गठित टीम में लेना होगा।
अगर किसी भी *संगठन या संस्था को चलाने के लिए सर्वप्रथम संस्था में बदलाव एवं मार्गदर्शक की जरूरत होती है, और अच्छे मार्गदर्शक के सर्वश्रेष्ठ गुण यह है कि उस व्यक्ति मैं नम्रता, सहनशीलता, प्रेम, सबको एक सम्मान समझना, सबको एक साथ लेकर चलना, बड़े से लगाकर छोटे व्यक्ति कि सुनना , श्रेष्ठ उद्बोधक, गतिविधि में हमेशा एक्टिव रहना, एक अच्छे तालमेल के साथ चलना, अच्छे मार्गदर्शक की पहचान होती है l*
जैसे उदाहरण के तौर पर *मूलनिवासी रामपुरा कलां,मारवाड़ जंक्शन, वर्तमान में रह रहे गुजरात गांधीधाम से श्रीमान रामलाल जी बासा* *अगर उनका चरित्र और जो समाज के प्रति , उनका व्यवहार है, उनसे हमें प्रेरणा मिलती हैं, बासा का जीवन संस्कार और संस्कृति के साथ व्यतीत हुआ है आपके परिवार में बच्चों से लगाकर बड़ों तक आज भी संस्कृति के अनुरूप चलते हैं*, *बासा ने अपने जीवन में बिना किसी आरोप वह दाग से आपने समाज में सेवा दी है, आपके विचार एवं समाज के प्रति जो भाव रखते हैं युवाओं के लिए बहुत प्रेरणादायक होते हैं, अगर समाज में उनको सर्वश्रेष्ठ पद मिलता है तो ,पूर्ण विश्वास से यह कह सकते हैं कि हमने समाज हितेषी को चुना है, जो युवाओं की और बड़े बुजुर्गों की बात को समझ सकते हैं क्योंकि बासा में, नम्रता है एवं सबको एक साथ लेकर चलने की आपमें सहन शक्ति है*, *क्योंकि आप बड़े बड़े फैसले ले सकते हैं, और आपकी बात को हर कोई व्यक्ति मान भी सकते हैं और समझ भी सकते हैं और आपमें बुद्धि और विवेक की कोई कमी नहीं है, क्योंकि लगभग समाज में हर कोई व्यक्ति आपसे परिचित हैं, आपका व्यवहार सर्वोत्तम है, आपने समाज हित के लिए बहुत सारे काम किए हैं, वर्तमान में आप बहुत सी सामाजिक संस्थान,ट्रष्ट ,भोजनालय,छात्रावास ओर भी अन्य पदों पर विराजमान है व पद पर कार्यरत हैं ,आपने समाज विकास हेतु सदैव उन अहसाय परिवारों के लिए सदैव कार्य किया जिसका उल्लेख या निशब्द है।, समाज के सरल और साधारण व्यक्तित्व आप धनी है l
समाज के सर्वोच्च पद पर यदि हम सभी सामाजी बंधुगण चुनते है तो बेदाग व्यक्ति हो, जो हमारी संस्कृति, संस्कार, रितिवाज,पारिवारिक वातावरण, ओर भी अन्य विषयों में सही व सक्षम हो, वो ही समाज जनहित ओर विकास की डोर को आगे ले जा सकता है, *पिछले पाँच साल का यदि हम समाज मे घटनाओं पर नजर डालते है तो, बहुत दुख दाई घटनाएं हुई हैं जैसे आत्म हत्या, अंतर जातीय विवाह,समंध विछेद,दंपती हत्या कांड,महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ओर भी अन्य घटनाओं का होना उन पर सख्ती से अमल नही करना ऐसा लगता है हमनें बहुत कुछ खोया है लेकिन समय पर कार्यवाही नही होना,न्याय नही होना समाज के लिए बहुत नुकसान हो चुका है*, यदि अब भी हम सतर्क नही रहे, नही जागे तो आने वाले समय मे बहुत से ऐसे परिणाम आएंगे जिसे समाज को बहुत नुकसान होगा इसलिए हमें किसी के पक्ष,या विपक्ष न रखते हुए व मोनोपोली को छोड़ कर समाज जनहित के लिए कार्य करना होगा। तब ही हम समाज को नई दिशा व आने वाली भावी पीढ़ी सक्षम ओर विकास की राह दिखा सकते हैं। आज समाज मे ऐसे ही बड़े व्यक्ति है *जो सदैव समाज के लिए अच्छे कार्य करते आ रहे हैं जैसे रूपसिंह जी बिलाड़ा, मलजी जैतारण,स्वामी तेजानंद जी महाराज चेन्नई, कैलाश जी,मुकाती मध्यप्रदेश ,वीरेन्द्र जी चेन्नई ,गुणाराम जी सोलंकी जैतारण, वीरम रामजी बेंगलुरु ,निवर्तमान उमाराम जी सानपुरा जोधपुर, गोपाराम जी पंवार,हरीश जी मुळेवा, कवि मुकेश जी ,केसाराम जी पूर्व विधायक ,सुरेश जी पाली,प्रेमाराम जी,ओर भी अन्य सामाजी बंधुगण है जो समाज हित मे बहुत ही दिशा निर्देश, मार्गदर्शन, विकास में कार्य करने में सक्षम है*,ऐसे महानुभाव ओ को आगे लाना होगा,पुनः आप सभी से निवेदन है समाज जनहित के लिए आवाज उठाए जल्द ही पूरे भारत वर्ष में रह रहे सामाजी बन्दुओं के लिए अच्छी एक न्याय प्रणाली जैसी अखिल भारतीय सीरवी महासभा का गठन हो।
जिस प्रकार देश का संविधान है कि 5 साल में एक बार चुनाव होता है उससे लोकतंत्र का पूर्ण गठन होता है उसी प्रकार हमारे समाज का भी संविधान एवं नियम बना हुआ है की महासभा का चुनाव हर 3 साल से एक बार होता है,और उसमें पूरी संपूर्ण समाज के लोग उसमें हिस्सा लेकर एक वरिष्ठ नागरिक को चुनते हैं एवं नई कार्यकारिणी का गठन करते हैं, लेकिन आज महासभा के चुनाव हुए कई वर्ष हो गए एक ही व्यक्ति इस पद पर विराजमान है आखिरकार क्यों नहीं हो रहा है यह महासभा का चुनाव, क्यों इस मुद्दे पर समाज के बड़े लोग चुप्पी साध रखी है, यह चिंता का विषय है, क्योंकि समाज में बहुत सारे बदलाव की आवश्यकता है, इसकी वजह से समाज में हर क्षेत्र में विकास नहीं हो रहा है, शिक्षा धार्मिक एवं शैक्षणिक कार्य पूर्ण रूप से बाधित है,पद भी उस व्यक्ति को दिया जाए, जो हकीकत में समाज की सेवा निस्वार्थ भाव से कर सकें, जिसको समाज को समय अभी दे सके, जरूरी नहीं है कोई राजनीति करने वाले को ही दिया जाय, इस विषय पर सभी समाज के बंधुओं से निवेदन है जरूर विचार विमर्श करें एवं बढ़ते हुए अपराधों एवं कुरीतियों को रोकने के लिए जल्दी से जल्दी इस पर कार्यवाही करके नई महासभा का चुनाव हो । कृपया करके आप सभी समाज जनहित के लिए आगे आए बिना निस्वार्थ भाव से । ये mesg पूरे भारत वर्ष में रह रहे सामाजी बन्दुओं तक पहुंचे। मेरी आपसे हाथ जोड़कर अपील है। यदि कोई त्रुटि जैसा लगे क्षमा करें।
आपकी सेवा में :-प्रस्तुति/
दुर्गाराम पंवार कोयम्बटूर तमिलनाडु।